हम सभी जानते हैं एस्ट्रोलॉजी या ज्योतिष शास्त्र में सभी बातें ग्रहों की दशा पर ही निर्भर करती है और इन ग्रहों की दशा में सुधार लाने के लिए मंत्र जाप आदि उपाय किए जाते हैं.आज हम आपको वैसे ही एक उपाय के बारे में बताएंगे यह उपाय है योग, ध्यान , प्राणायाम एवं आसन इन उपायों के माध्यम से भी ग्रहों की स्थिति में सुधार कर हम अपने जीवन को सुखमय एवं आनंदमय बना सकते हैं. योग, ध्यान, प्राणायाम, आसन  एक ऐसी विद्या है जिनके माध्यम से शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है एवं किसी भी ग्रह को अपने अनुकूल बनाया जा सकता है.




 किसी भी व्यक्ति विशेष की कुंडली में ग्रहों की स्थिति सही नहीं होने पर या यदि वह ग्रह है उसकी कुंडली में अनुकूल नहीं है तो उसका सबसे बड़ा प्रभाव उसके स्वास्थ्य पर पड़ता है| तो आज हम लोग जानेंगे कि बृहस्पति ग्रह अच्छे प्रभाव नहीं देने पर कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं और उन बीमारियों से निजात पाने के क्या उपाय हैं. 





बृहस्पति ग्रह के लिए कपालभाति- जब किसी व्यक्ति विशेष की कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर हो जाए तो व्यक्ति को पेट से जुड़ी समस्याएं, डायबिटीज और मोटापे की समस्याएं बढ़ जाती है लिहाजा बृहस्पति को नियंत्रित करने के लिए मीठा और पीली चीजों का खाने से बचे साथ ही कपालभाती प्राणायाम, सर्वांगासन ,अग्निसार और सूर्य नमस्कार आसन प्रतिदिन करनी चाहिए इससे यह चीजें ठीक हो जाती है एवं साथ ही बृहस्पति ग्रह के बुरे प्रभाव भी कम हो जाते हैं. बृहस्पति ग्रह को देवताओं के गुरु के रूप में जाना जाता है तो यह ग्रह हमारे शिक्षा का भी निर्धारण करता है कि हमें शिक्षा में किस तरह की शिक्षा मिलेगी.


 कपालभाति प्राणायाम, सर्वांगासन, अग्निसार और सूर्य नमस्कार आसन करने से हमारे मन मस्तिष्क भी काफी अच्छे हो जाते हैं जिससे हमारी स्मरण शक्ति काफी प्रबल हो जाती है, और पढ़ाई में भी मन लगने लगता है.

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