हम सभी जानते हैं कि एस्ट्रोलॉजी या ज्योतिशास्त्र में सभी बातें ग्रहों की दशा पर ही निर्भर करती है और इन ग्रहों कि दशा में सुधार  लाने के लिए मंत्र , जप आदि उपाय किये जाते है , आज हम आपको ऐसे ही एक उपाय के बारे में बताएँगे , यह उपाय है – योग , ध्यान , प्राणायाम एवं आसन इन उपायों के माध्यम से भी ग्रहों कि स्थिती में सुधार कर हम अपनी जीवन को सुखमय एवं आनंदमय बना सकते है |




शनि ग्रह के लिए भ्रामरी प्राणायामजब किसी व्यक्ति विशेष कि कुंडली में शनि ग्रह कमजोर हो जाये तो व्यक्ति को एसिडिटी , आर्थराइटिस एवं हर्टअटैक जैसी बीमारियों का सामना करना परता है , साथ ही नींद कि कमी भी एक मुख्य समस्या है | मानसिक शांति भी भंग हो जाती है | इन सब बीमारियों से बचने के लिए हमें भ्रामरी , शीतलीकरण एवं अनलोम – विलोम प्राणायाम प्रतिदिन करनी चाहिए | इससे ये चीजे ठीक हो जाती है एवं साथ ही शनि ग्रह के  बुरे प्रभाव भी कम हो जाते हैं |

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