प्लेटों का जन्म 428-429 ई0 पूर्व हुआ था। वे यूनान के प्रसिद्ध दार्शनिकों में से एक थें। वे प्रसिद्ध गणितज्ञ और सुकरात के शिष्य एवं अरस्तु के गुरू के रूप में जाने जाते हैं। इन्हें ‘अफलातून‘ के नाम से भी जाना जाता है। वे गणित और दर्शनशास्त्र के अलावा तर्कशास्त्र एवं नीतिशास्त्र के भी अच्छे जानकार थे। इनके आरंभिक जीवन और शिक्षा के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है, कहा जाता है कि ये एथेंस के एक समृद्ध परिवार और राजनैतिक परिवार में जन्म लिये थे, तो आइए जानते हैं इनके विचारों के बारे में-


  • खुद पर काबू पा लेना ही मनुष्य की सबसे महत्वपूर्ण जीत होती है।
  • एक नायक सौ में एक पैदा होता है, एक बुद्धिमान व्यक्ति हजारों में एक पाया जाता है, लेकिन एक सम्पूर्ण व्यक्ति शायद एक लाख लोगों में भी ना मिलें।
  • मानव का व्यवहार तीन मुख्य स्रोतों से निर्मित होता हैः- इच्छा, भावना और ज्ञान।
  • आप किसी मनुष्य के बारे में एक साल के वार्तालाप की बजाये एक घंटे के खेल में अधिक जान सकते हैं।

  • दोस्ती करने में धीमें रहिये, लेकिन जब कर लीजिये तो उसे मजबूती से निभाइए और उसपर स्थिर रहियें।
  • जो महान बनना चाहते हैं उन्हें ना स्वयं से ना अपने काम से प्रेम करना चाहिए , उन्हें बस जो उचित है उसे चाहना चाहिए , चाहे वों उनके या किसी और के ही द्वारा किया जायें।
  • थोड़ी चीजों के साथ जीवन जीना सबसे बड़ा दौलत है। 
  • ‘प्रेम‘ एक गंभीर मानसिक बीमारी है। 
  • जो सभी का मित्र होता है, वो किसी का मित्र नहीं होता।
  • मूल्यहीन मनुष्य केवल खाने और पीने के लिए जीते हैं, मूल्यवान मनुष्य केवल जीने के लिए खाते और पीते हैं।
  • दो ऐसी चीजे हैं जिसके बारें में मनुष्य को कभी गुस्सा नहीं होना चाहिए-पहली, वह किन लोगों की मदद कर सकता है। दूसरी,वह किन लोगों की मदद नहीं कर सकता है। 
  • यदि हम विश्वास के साथ लड़ते हैं तो हमारी शक्ति दुगुनी को जाती है। 

ये प्लेटों के विचार आज बहुत ही महत्वपूर्ण है। जो उनकी जिन्दगी की तरह ही प्रेरणा देती हे। तो इसे जानकर अपने जीवन में इसको धारण करें और सफलता पायंें। 

Post a Comment

Previous Post Next Post