आज हम सभी जानेंगे कि ज्योतिष शास्त्र एक ऐसी विद्या है जिसके माध्यम से किसी व्यक्ति विशेष के बारे में या उसके भविष्य के बारे में जाना जा सकता है| ज्योतिष शास्त्र एक साइंस है यह शास्त्र एक ऐसा विज्ञान है जिसके माध्यम से किसी भी घटना का पूर्व आकलन किया जा सकता है| तो आइए जानते हैं की ज्योतिष शास्त्र में 12 राशियों के क्या प्रभाव हैं एवं इनके महत्व, गुण क्या है |
मेष राशि- मेष राशि का स्वामी मंगल है तथा यह राशि पुरुष जाति, वर्ण कांति हीन, अग्नि तत्व वाली, अल्प संत दीवान तथा पित्त प्रकृति कारक है| , इसका स्वभाव अहंकारी साहसी तथा मित्रों के प्रति दयालुता का है इसके द्वारा मस्तक का विचार किया जाता है|
वृषभ राशि- वृषभ राशि वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है| यह राशि भूमि तत्व की राशि होती है| इसका स्वभाव संसारी कार्यों में दक्षता तथा बुद्धिमता से काम लेने का है|
मिथुन राशि- इस राशि का स्वामी बुध है| यह राशि पुरुष जाति, हरित वर्ण, वायु तत्व वाली होती है|
कर्क राशि- इस राशि का स्वामी चंद्रमा है इस राशि के सोम मित्रता का प्रकृति वाली स्वभाव है एवं इसका स्वभाव लज्जा संसाधित उन्नति के लिए प्रतिदिन रहना तथा समय के अनुसार परिवर्तित होना है|
सिंह राशि- इस राशि का स्वामी सूर्य है| यह राशि पित्त प्रकृति, अग्नि तत्व वाली होती है|
कन्या राशि- इस राशि का स्वामी ग्रह बुध है| इस राशि का स्वभाव मिथुन राशि के जैसा है परंतु यह अपनी उन्नति तथा सम्मान पर विशेष रूप से ध्यान देती है|
तुला राशि- इस राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है| यह राशि वायु तत्व वाली राशि होती है| , इसका स्वभाव ज्ञान प्रिय, राजनीतिज्ञ, विचारशील है|
वृश्चिक राशि- इस राशि का स्वामी मंगल है| इसका स्वभाव स्पष्ट वादी, निर्मल, दृढ़ प्रतिज्ञ है|
धनु राशि- इस राशि का स्वामी गुरु है| इसका स्वभाव मर्यादासील तथा अधिकार प्रिय है|
मकर राशि- इस राशि का स्वामी सनी है इसका स्वभाव अभिलाषी है|
कुंभ राशि- इस राशि का स्वामी भी शनि है इस राशि के लोग वायु तत्व वाले, त्रिदोष प्रकृति वाले एवं उसने स्वभाव के होते हैं|
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